Tuesday, May 24, 2011

राम द्रोह की सजा भुगत रहा है करुणा निधि परिवार: विहिप

प्रेस विज्ञप्ति
राम द्रोह की सजा भुगत रहा है करुणा निधि परिवार: विहिप


नई दिल्ली मई 24, 2011। विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) का कहना है कि भगवान श्री राम के साथ द्रोह करने की सजा भुगत रहे हैं करुणा निधि। और अधिक कष्टों से बचने हेतु तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री को अब राम जी की शरण में अयोध्या जा कर तेरह अक्षरी विजय महा मंत्र “श्री राम जय राम जय जय राम” का जाप करना चाहिए क्योंकि उनके कुकर्मों की सजा अब उनके साथ पूरे परिवार भुगतने को भुगतनी पड रही है।
विहिप दिल्ली के महामंत्री श्री सत्येन्द्र मोहन ने कहा है कि तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा भगवान राम की निन्दा व राम सेतु को तोडने पर आमादा रहने के कारण न सिर्फ़ अपनी कुर्सी से हाथ धोना पडा बल्कि उनकी पुत्री को भी जेल जाना पडा। उन्होंने श्री करुणा निधि को सलाह देते हुए कहा है कि अभी भी समय है, और अधिक कष्टों से बचने हेतु वे अब राम जी की शरण में अयोध्या जा कर तेरह अक्षरी विजय महा मंत्र “श्री राम जय राम, जय जय राम” का जाप कर अपने इस पाप का प्रायश्चित करें।
विहिप दिल्ली के मीडिया प्रमुख श्री विनोद बंसल ने बताया कि के राम सेतु आन्दोलन के दौरान श्री करुणा निधि ने कहा था कि “राम एक मिथक उपन्यास का काल्पनिक पात्र है”। “राम ने किस कालेज से इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की थी जो इतना बडा सेतु बना सका?” बगैरा-बगैरा। श्री बंसल के अनुसार श्री राम चरित मानस में तुलसी दास जी ने भी कहा है कि “राम विमुख अस हाल तुम्हारा, रहा न कोई कुल रोबनिहारा।“ अर्थात् रावण के लगभग सभी सगे सम्बन्धियों के युद्ध में मारे जाने पर उसको कहा गया कि हे रावण राम से बैर करने के कारण ही तुम्हारा यह हाल हुआ है कि आपके कुल में कोई रोने वाला भी नहीं बचा।
श्री बंसल ने आगे बताया कि तमिलनाडु की जनता ने तुलसी दास जी कि उस चौपाई को अपना कर ही करुणा निधि को बाहर का रास्ता दिखाया है जिसमें कहा गया है कि “जाको प्रिय न राम बैदेही, तजिए तहि कोटि बैरी सम, यद्यपि परम सनेही।
विहिप ने अन्य राम द्रोहियों को भी आगाह करते हुए कहा है कि वे भगवान राम के काम में रोडा अटकाने से बाज आएं अन्यथा उन सब को भी इसी प्रकार राम द्रोह की सजा भुगतनी पडेगी।
भवदीय


विनोद बंसल
(मीडिया प्रमुख)
इन्द्रप्रस्थ विश्व हिंदू परिषद-दिल्ली-9810949109