Wednesday, September 12, 2012

Press Release:
VHP asked JNU to take strongly action against Beef Party organisers and anti social/anti-national elements

New Delhi. Sept.11, 2012. Vishwa Hindu Parishad today sent letter to the Vice Chancellor Jawahar lal Nehru University seeking immediate action against those trying to organise beef party & involved in anti-social and anti-national activities in the campus through different means. In a letter signed by the secretary general VHP Delhi shri Satyendra Mohan, VHP said that in the past few years JNU is becoming heaven for those spreading haterate amongst different segments of the society and promoting anti national elements. Sometimes they advocate separation of Kashmir from Bharat, some times they denigrate Hindu dieties and now they have dared to eat the mother of nation - Cow. A copy of the letter addressed to the VC Prof SK Sopory has also been sent to the chancellor Prof. K Kasturirangan and the president of Bharat HH shri Pranav Mukharjee for their information and strict action, said shri Vinod Bansal, media ChiefVHP Delhi. I have personally spoken to the VC over phone and appraised him about the boiling sentiments of Hindus after reading the news about beef party in JNU. We have requested VC to take immediate strong action against such elements, shri Bansal added.

Regards

Vinod Bansal
Media Chief
Vishwa Hindu Parishad-Delhi
M-9810949109


प्रैस विज्ञप्ति

जे एन यू में गौ मांस पार्टी पर विहिप की कड़ी चेतावनी:
विश्व विद्यालय को धर्म द्रोही व राष्ट्र द्रोही गतिविधियों का केंद्र बनाने से रोका जाए
उप कुलपति के साथ कुलपति व राष्ट्रपति को भी पत्र भेज कर की कड़ी कार्यवाही की मांग


नई दिल्ली सितम्बर ११, २०१२. विश्व हिन्दू परिषद् ने आज जवाहर लाल नेहरू विश्व विद्यालय में गौ मांस की पार्टी सम्बन्धी खबरों को गंभीरता से लेते हुए एक कडा पत्र विश्व विद्यालय प्रशासन को भेजा है. विहिप दिल्ली के महामंत्री श्री सत्येन्द्र मोहन द्वारा हस्ताक्षरित इस पत्र में विहिप ने कहा है कि पिछले कुछ वर्षों में विश्व विद्यालय राष्ट्र द्रोहियों व धर्म द्रोहियों का अड्डा बनता जा रहा है कभी कश्मीर की आजादी की मांग उठती है तो कभी हिन्दू देवी-देवताओं का खुल्लम खुल्ला अपमान होता है. और अब तो सौ करोड़ से अधिक की जनसंख्या की पूज्या गौ माता को ही खाने की बात होने लगी. विहिप ने कहा है कि विश्व विद्यालय प्रशासन अभिव्यक्ति की आजादी की आड़ में विधार्थियों को कम से कम देश, समाज और धर्म के दुश्मन तो न बनाने दे. विहिप ने कड़ी चेतावनी देते हुए विश्व विद्यालय के कुलपति से कहा है कि जे एन यू जैसे विश्व विख्यात शिक्षण संस्थान में बढ़ती राक्षसी प्रवृति को यदि तुरंत नहीं रोका गया तो जो अबोध विद्यार्थी आज गौ मांस के भक्षण की बात कर रहे हैं, कल भारत माता का भक्षण करने में भी अपने आप को गौरभान्वित महसूस करेंगे.

पत्र की प्रति मीडिया को जारी करते हुए विहिप दिल्ली के मीडिया प्रमुख श्री विनोद बंसल ने बताया कि कल मेंने स्वयं विश्व विद्यालय के उप कुलपति श्री एस के सोपोरी से फोन पर बात कर विश्व विद्यालय से फैलाए जा रहे देश व्यापी घ्रणित वातावरण के विषय में अबगत करा दिया था मेंने उनसे कहा था कि विश्व भर के लोग आपके यहाँ शिक्षा के लिए आते हैं किन्तु यहाँ राक्षसी वृत्ति को ज्यादा प्रोत्साहन मिल रहा है तथा अनेक प्रकार की देश द्रोही व धर्मं द्रोही गतिविधियाँ बे रोक-टोक चलती हैं जिन पर अंकुश लगाया जाना नितांत आवश्यक है.

विहिप ने अपने पत्र में कहा है कि प्रशासन की निरंकुशता व अकर्मण्यता का ही यह दुष्परिणाम है कि आपके कुछ विकृत मानसिकता के विधार्थी आज गौ मांस की पार्टी करने का घ्रणित कार्य करने की बात कर रहे हैं. इनके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही नहीं हुई तो देश भर का हिन्दू समाज चुप नहीं बैठेगा. विहिप ने उप कुलपति श्री सोपोरी को भेजे अपने पत्र की प्रति विश्व विद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर के कस्तूरी रंजन व भारत के राष्ट्रपति महामहिम श्री प्रणव मुखर्जी को भी कार्यवाही हेतु भेजी है.

भवदीय

विनोद बंसल,

(मीडिया प्रमुख)

इंद्र्प्रस्थ विश्व हिंदू परिषद- दिल्ली

मो 9810949109

Monday, September 10, 2012

प्रैस विज्ञप्ति

सुभाष पार्क मामला :

हिन्दू संगठन २४ को करेंगे पुलिस कमिश्नर का घेराव

राज्य व्यापी आन्दोलन के लिए संघर्ष समिति की घोषणा

नई दिल्ली। सितम्बर 10, 2012। सुभाष पार्क मामले में पुलिस, प्रशासन व् सरकारी विफलता से आहत हिन्दू संगठनों ने अब कमान अपने हाथ में लेने की तैयारी कर ली है. विश्व हिन्दू परिषद के बुलावे पर राजधानी के 25 से अधिक संगठनों के सौ से अधिक पदाधिकारियों की पहाड़ गंज में हुई बैठक में सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया कि यदि दिल्ली पुलिस एमसीडी को अबैध ढांचा तोड़ने हेतु पर्याप्त सुरक्षा देकर माननीय उच्च न्यायालय के निर्णय की अनुपालना 23/09/2012 तक नहीं करती तो 24/09/12 को राजधानी का देश भक्त हिन्दू समाज दिल्ली के पुलिस कमिश्नर का घेराव कर उन्हें अपने कर्तव्य की याद दिलाएगा. बैठक के बाद विहिप दिल्ली के महामंत्री श्री सत्येन्द्र मोहन ने कहा कि इस पर भी यदि दिल्ली की सरकार मूक बनी रहती है तो हिन्दू युवक एमसीडी को सुरक्षा उपलब्ध करा इस कार्य को संपन्न कराएंगे किन्तु देश की संपत्ति पर अबैध कब्जा कर अपने पुरातन मंदिर की दीवार पर बने ढाँचे को हम कतई नहीं टिकने देंगे.

बैठक की जानकारी देते हुए विहिप दिल्ली के मीडिया प्रमुख श्री विनोद बंसल ने बताया कि देर शाम पहाड़ गंज स्थित उदासीन आश्रम में हुई इस अहम् बैठक में दिल्ली के लगभग २५ धार्मिक, सामाजिक व् सांस्कृतिक संगठनों के १०० से अधिक पदाधिकारियों ने एक स्वर में मांग की कि सुभाष पार्क का अबैध ढांचा दिल्ली पर एक कलंक है जिसे तुरंत धोए जाने की नितांत आवश्यकता है अन्यथा यह शान्ति प्रिय दिल्ली के लिए एक नासूर बन जाएगा. सभी ने इसके लिए सम्मिलित स्वर से पांडव कालीन मंदिर (सुभाष पार्क) बचाओ संघर्ष समिति के गठन की घोषणा भी की जिसके अंतर्गत इस आन्दोलन को दिल्ली की गली गली तक ले जाना है. आश्रम के खचाखच भरे सभागार में हिन्दू संगठनों के विभिन्न वक्ताओं ने जहां दिल्ली सहित केंद्र सरकार व् दिल्ली पुलिस, को लपेटा वहीँ एमसीडी एएसआई को भी नहीं बक्सा जिनके नाकारा पन से यह ढांचा खडा हुआ तथा बार बार शिकायतों व् उच्च न्यायालय के आदेश के बाबजूद वहां देश की न्याय व्यवस्था की धज्जियां उड़ती रहीं किन्तु इनमें से कोई आगे नहीं आया.


सभी ने एक स्वर से घोषणा की कि यदि स्थितिया नहीं बदलीं और कानून का मजाक यूँ ही उडाया जाता रहा तो हिन्दू समाज चुप नहीं बैठेगा तथा दोषियों दंड दिलाकर रहेगा. बैठक में दिल्ली के कोने कोने से आये विविध हिन्दू संगठनों के प्रतिनिधि व विशिष्ट संत उपस्थित थे.

भवदीय

विनोद बंसल,

(मीडिया प्रमुख)

इंद्र्प्रस्थ विश्व हिंदू परिषद- दिल्ली
मो 9810949109

प्रेस वक्तव्य

सुभाष पार्क का अवैध निर्माण -सम्पूर्ण न्याय व्यवस्था के लिए चुनौती : डा सुरेन्द्र जैन

दिल्ली के सुभाष पार्क में मुस्लिम समाज के एक असामाजिक वर्ग द्वारा निर्बाध रूप से किये गए अवैध निर्माण के सामने न केवल दिल्ली का पुलिस प्रशासन अपितु सम्पूर्ण न्याय व्यवस्था ही लाचार सिद्ध हो रही है| यह आरोप लगाते हुए विश्व हिंदू परिषद् के राष्ट्रीय प्रवक्ता और केन्द्रीय मंत्री डा. सुरेन्द्र कुमार जैन ने आज पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि अब यह फिर सिद्ध हो चुका है कि दिल्ली की पुलिस उन्मादी जेहादियों के आगे पंगु सिद्ध हो रही है| १३ जुलाई से २० जुलाई तक पुलिस को बार-बार सूचना देने के बावजूद उन्होंने इस अवैध निर्माण को रोकने के लिए कोई कार्यवाही नहीं की| २० जुलाई को मा. उच्च न्यायालय के स्पष्ट आदेश के बाद इनको कार्यवाही के लिए मजबूर होना पड़ा| परन्तु २१ जुलाई को ७०० से अधिक पुलिस बल और १०० से अधिक अन्य अधिकारी लगभग २०० जेहादियों के सामने लाचार बन गए| जेहादियों की भीड़ ने न केवल सार्वजनिक और निजी संपत्ति को नष्ट किया अपितु पुलिस बल को भी दौड़ा-दौड़ा कर निर्ममतापूर्वक मारा| इसके बावजूद शोएब इकबाल के भड़काने पर हिंसा करने वाली भीड़ पर कोई कानूनी कार्यवाही नहीं की गई और न ही उस अवैध निर्माण को वहा से हटाया गया| ३० जुलाई को अवैध निर्माण को हटाने के लिए मा. उच्च न्यायालय के स्पष्ट आदेश के बावजूद तात्कालिक परिस्थितियों का बहाना बनाते हुए दिल्ली पुलिस कोई भी कार्यवाही करने से कतरा रही है| यह बहाना उस समय क्यों नहीं काम आया जब मीरा बाग़ के एक मंदिर को तोड़ने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल को भेजा गया? ऐसा लगता है कि हिन्दुओ के ऊपर शेर बनने वाली दिल्ली पुलिस मुस्लिम समाज के सामने भेड बन जाती है| शायद इसी का दुष्परिणाम है कि इन जेहादियों की हिम्मत इतनी बढ़ गई है कि वे किसी भी बहाने से पुलिस और हिंदू समाज को निशाना बना कर आतंकित करने से नहीं चूकते| नांगलोई और मयूर विहार की घटनाए इसके ज्वलंत उदाहरण है| यह दिल्ली पुलिस का नाकारापन ही है कि वे अब कहने लगे है "शोएब इकबाल स्वयम इस अवैध निर्माण को हटाए| " जबकि शोएब इकबाल इस दुर्भाग्यपूर्ण प्रकरण के अपराधी है और इनके खिलाफ मा. उच्च न्यायालय ने काफी तीखी टिप्पणिया भी की हैं|

अब ऐसा लगता है कि पंगु बन गई दिल्ली पुलिस के बाद अब मा. न्यायपालिका भी अपने ही निर्णयों को लागू कराने में संकोच करने लगी है| पहले २० जुलाई के निर्णय का पालन समय रहते नहीं किया गया और अब उच्च न्यायालय के आदेश का पालन कर इस अवैध निर्माण को नहीं हटाया जा रहा है जबकि इस आदेश को पारित किये हुए 37 दिन बीत चुके है| भारतीय लोकतंत्र में विधायिका और कार्यपालिका निहित स्वार्थो के कारण इन तत्वों के हाथ की कठपुतली बन चुके है| देश को केवल न्यायपालिका से ही आशा है| यदि वहाँ से भी हताश होना पड़ा तो न्यायव्यस्था के प्रति ही विश्वास समाप्त हो जाएगा जिसके परिणाम कभी भी अच्छे नहीं हो सकते|

इस घटना के बाद मुस्लिम नेतृत्व का भी दोगलापन सामने आता है| रामजन्मभूमि के मामले में वे बार-बार न्यायपालिका का आदेश मानने की बात करते थे| उस मामले में निर्णय आने के बाद उन्होंने मा. न्यायाधीशो के ऊपर ही प्रश्न खड़े करने शुरू कर दिए थे| अब इस मामले में न्यायपालिका के स्पष्ट निर्देश की बावजूद वे इन आदेशो की धज्जी उड़ाने पर तुले है| अब यह स्पष्ट हो जाना चाहिए कि उनकी न संविधान में आस्था है और न देश की न्यायपालिका में| वे अपने एजेंडे पर काम कर रहे है और जो उनको ठीक लगे वे केवल उस बात को मानते है|

अब ऐसा लगता है कि दिल्ली के पुलिस कमिश्नर इनके हाथ की कठपुतली बन चुके है| परन्तु देश की जनता हाथ पर हाथ रखकर न्यायव्यवस्था को इन तत्वों के हाथ में गिरवी रखते हुए नहीं देख सकती| यदि इन्होने इस घटना के लिए जिम्मेदार अपराधियों को पकड़ कर इन पर इन पर कड़ी कार्यवाही नहीं की और इस अवैध निर्माण को नहीं तोडा तो २४ सितम्बर को दिल्ली के पुलिस कमिश्नर का घेराव किया जाएगा| इसके बाद भी अगर वे नहीं चेते तो इस अवैध निर्माण को बजरंग दल स्वयं तोड़ देगा|

जारी कर्ता :
अनिल अग्रवाल
विश्व संवाद केंद्र
संपर्क : 9958443884 / 9810949109