नई दिल्ली, जुलाई
22,
2013। बर्फ़ानी बाबा अमर नाथ की यात्रा को दो दिन तक रोके जाने के
बाद भी यात्रियों के काफ़िले पर हमलों को विश्व हिन्दू परिषद ने गंभीरता से लेते
हुए मांग की है कि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित कर यात्रा के सारे अवरोधों को
दूर करे सरकार। विहिप दिल्ली के महा मंत्री श्री सत्येन्द्र मोहन ने यह भी कहा है
कि घाटी में सक्रिय अलगाववादी तत्वों के
निरंकुश शासन के कारण ही अमर नाथ यात्रा को दो दिन तक षडयंत्र पूर्वक रोका गया और
राज्य तथा केन्द्र सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी रहीं।
विहिप दिल्ली के मीडिया
प्रमुख श्री विनोद बंसल ने बताया कि अमरनाथ
यात्रियों पर हुए हमलों को गंभीरता से लेते हुए विहिप दिल्ली ने आज एक बैठक बुला
घटना की तीव्र निंदा करते हुए यात्रियों की सुरक्षा व यात्रा अवरोधों को शीघ्र दूर
करने की मांग की। विहिप के झण्डेवालान स्थित कार्यालय में हुई बैठक में पारित एक
प्रस्ताव में कहा गया है कि “श्रद्धालुओं के वाहनों को
पंथाचौक से परिंपोरा तक श्रीनगर बाईपास, कंगन और श्रीनगर-जम्मू
राष्ट्रीय राजमार्ग पर पांपोर और बिजबिहाड़ा में निशाना
बनाया गया। वाहनों पर दोनों तरफ से जमकर पथराव हुआ। गाडि़यों के शीशे
टूट गए और टूटे कांच से कई श्रद्धालु जख्मी हुए। यह घटना कोई अचानक नहीं बल्कि
अलगाववादियों की पूर्व नियोजित योजना का हिस्सा थी। विश्व हिन्दू परिषद इसकी तीव्र
निन्दा करते हुए घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना तथा आक्रमण कारियों के
विरुद्ध त्वरित कार्यवाही की मांग करती है”। विहिप ने यह भी कहा है
कि जब जब अमरनाथ यात्रा का समय आता है, सरकारी शह से अलगाववादी तत्व निरंकुश होकर
सक्रीय हो जाते है जिससे यात्रा को किसी तरह रोका जा सके और सुरक्षा बलों को
प्राप्त विशेषाधिकारों को समाप्त करने की देश द्रोही मांग को आगे किया जा सके।
हिन्दू समाज इसे कदापि स्वीकार नहीं करेगा।
ज्ञातव्य रहे कि जम्मू-कश्मीर
के रामबन जिले के गूल गोलीकांड के बाद कश्मीर में सक्रिय हुए
अलगाववादी और सांप्रदायिक तत्वों ने रविवार को अमरनाथ यात्रा पर जा रहे श्रद्धालुओं
के वाहनों को निशाना बनाया। पथराव में कई गाडि़यों के शीशे चकनाचूर
हो गए। वाहनों में सवार कई यात्रियों को चोटें भी आई। क्षतिग्रस्त हुए
श्रद्घालुओं के वाहनों में दिल्ली, राजस्थान और जम्मू की
टूरिस्ट बसें भी शामिल हैं। उपद्रव के कारण यात्रा दो दिन से बन्द
थी और यात्री राज्य के अनेक स्थानों पर बुरी तरह से फ़ंसे थे।
बैठक
में विहिप दिल्ली के उपाध्यक्ष श्री महावीर प्रसाद, प्रान्त मंत्री श्री राम पाल
सिंह यादव सहित अनेक पदाधिकारी सामिल थे।