Thursday, November 29, 2012






गुरु नानक देव जी के प्रकाशोत्सव पर विहिप के अनेक कार्यक्रम
कहीं यज्ञ हुआ तो कहीं हुआ शोभा यात्रा का भव्य स्वागत

नई दिल्ली नवम्बर 28, 2011। गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व पर विश्व हिन्दू परिषद दिल्ली ने आज अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया। कहीं प्रभात फेरी व नगर संकीर्तन निकाला गया तो कहीं यज्ञ का आयोजन कर वाहे गुरु के संदेश व शिक्षाओं को जन जन तक पहुंचाने का कार्य किया गया।

विहिप दिल्ली के मीडिया प्रमुख  श्री विनोद बंसल ने बताया कि गुरु नानक देव जी प्रेम, शान्ति, आध्यात्मिक ज्ञान व धर्म के लिए सर्वस्व न्योछावर करने वाले सन्देश को याद करते हुए आज उनके प्रकाश पर्व पर आर्य समाज संत नगर में एक यज्ञ का आयोजन किया गया तथा पूर्वी, उत्तरी व दक्षिणी दिल्ली के अनेक स्थानों पर प्रभात फेरियां व नगर संकीर्तन निकाले गए जिसमें हजारों लोगों ने भाग लिया।

उत्तरी दिल्ली के राणा प्रताप बाग़ स्थित जैन कालोनी में निकाली गई एक भव्य व विशाल यात्रा का स्वागत करते हुए विहिप के अंतर्राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री ॐ प्रकाश सिंहल ने कहा की गुरु नानक देव जी एक दिव्य संत थे। उनकी वाणी में हिन्दू धर्म की एकता का दिग्दर्शन होता है। उनका संपूर्ण जीवन लोक मंगल में लगा। विहिप दिल्ली के उपाध्यक्ष सरदार उजागर सिंह ने इस अवसर पर कहा कि नारी उत्थान, राष्ट्र कल्याण व मानवता के सेवा के उनके सन्देश को आज प्रत्येक देशवासी को अपनाना होगा तभी सच्चे माईने में वे राष्ट्र भक्त कहलाएंगे। इस अवसर पर विहिप दिल्ली के उपाध्यक्ष श्री अशोक कुमार, संगठन मंत्री श्री करुना प्रकाश व क्षेत्रीय गोरक्षा प्रमुख श्री राष्ट्र प्रकाश सहित अनेक पदाधिकारी उपस्थित थे।

दक्षिणी दिल्ली के संत नगर स्थित आर्य समाज मंदिर में आयोजित यज्ञ के अवसर पर वैदिक विदुषी श्रीमती विमलेश आर्या ने गुरु नानक देव जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि  आज से लगभग 543 वर्ष पूर्व तलबंडी (ननकाना साहिब) के एक हिन्दू खत्री परिवार में जन्मे गुरू नानक देव जी ने अपना पूरा जीवन समाज व राष्ट्र कल्याण में लगा दिया। उनकी वाणी का एक एक शब्द मानव के लिए अमृत तुल्य है।

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