नई
दिल्ली, दिसम्बर 29,2012. बलात्कार की विभीषिका की शिकार हुई युवती की मृत्यु
पर गहरा छोभ व शोक व्यक्त करते हुए विश्व हिन्दू परिषद, उसकी महिला शाखा मातॄ
शक्ति व दुर्गा वाहिनी सहित
अनेक संगठनों ने घटना को सरकारी विफ़लता का भीषण दुष्परिणाम करार दिया है। विहिप
दिल्ली के महा मंत्री श्री सत्येन्द्र मोहन ने कहा है कि यह दिल्ली की कानून व
व्यवस्था की पूर्ण विफ़लता का स्पष्ट उदाहरण है। उन्होंने यह भी कहा कि दु:ख की इस
घडी में समस्त देश युवती के परिजनों के साथ है। हम दिवंगत आत्मा की शांति के लिए
प्रार्थना करते हैं।
विहिप दिल्ली द्वारा
आज झण्डेवालान स्थित प्रान्त मुख्यालय में बुलाई गई एक अहम बैठक की जानकारी देते
हुए संगठन के मीडिया प्रमुख श्री विनोद बंसल ने बताया कि बैठक में पारित शोक
प्रस्ताव में परिजनों व देश वासियों को इस दु:ख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने
हेतु प्रभु से कामना की गई है। एक अन्य प्रस्ताव में केन्द्र व दिल्ली की सरकार से
भी मांग की गई है कि वे अपने निजी स्वार्थों को सीमा में रखकर प्रशासन को
चुस्त-दुरुस्त करें अन्यथा सरकारी निकम्मेपन का खामियाजा पूरे देश को भुगतना
पडेगा। बैठक में इस बात पर भी एक राय थी कि यदि राजधानी में कानून व व्यवस्था की
स्थिति तथा विभिन्न विभागों में तालमेल ठीक होता तो न सिर्फ़ बहिन की जान वल्कि
उसकी इज्जत को भी बचाया जा सकता था। बैठक में दो मिनिट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा
की शान्ति हेतु प्रार्थना भी की गई।
दुसरी ओर दक्षिणी
दिल्ली स्थित आर्य समाज-संत नगर में आज प्रात: कालीन यज्ञ में दिवंगत आत्मा की
शान्ति व सरकार को सद्बुद्धि देने हेतु आहूतियां दीं गईं।
बैठक में विहिप
दिल्ली के उपाध्यक्ष श्री महावीर प्रसाद, श्री गुरदीन प्रशाद रुस्तगी, सरदार उजागर
सिंह, दीपक कुमार व मंत्री श्री राम पाल सिंह, प्रान्त मातृ शक्ति संयोजिका श्रीमती
सिम्मी आहूजा, दुर्गा वाहिनी संयोजिका श्रीमती संजना चौधरी व मीडिया टोली के श्री
मनीश राय सहित अनेक पदाधिकारी उपस्थित थे।
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