नई दिल्ली। अप्रेल 23, 2012। पाकिस्तान से आए पीडित हिन्दू परिवारों के दर्द की दास्तान सुन कर आज जवाहर लाल नेहरू विश्व विद्यालय के छात्रों व प्राध्यापकों का कलेजा भी भर आया। राज्य सभा के सांसद श्री तरूण विजय ने अपने पाकिस्तानी दौरों व इस संबन्ध में अपने अनुभवों का जिक्र करते हुए कहा कि पाकिस्तान से किसी भी प्रकार की सदभावना या सदाचार की अपेक्षा करना पूरी तरह से बेमानी है। उन्होंने कहा कि हिन्दुओं के उत्पीडन व उनको भारतीय नागरिकता देने संबन्धी मसले को वे शीघ्र ही ससद में उठाएंगे। विहिप दिल्ली के मीडिया प्रमुख श्री विनोद बंसल ने बडी संख्या में उपस्थित जन समूह को संबोधित करते हुए कहा कि इतिहास इस बात का साक्षी है कि दुनिया में जहां जहां और जब जब हिन्दू घटा, देश बंटा और परिणामत: हिन्दू बेघर हुए। उन्होंने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि बात बात पर मानवाधिकारों की दुहाई देने वाले जवाहर लाल नेहरू विश्व विद्यालय के कथित बुद्धिजीवियों की आवाज आखिर अभी तक इन पाक हिन्दुंओं के लिए क्यों चुप है? सभी को पीडित हिन्दुओं के दर्द को समझते हुए उन्हें तुरन्त नागरिक अधिकार देने हेतु आगे आना चाहिए। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, जे.एन.यू ईकाई के द्वारा ताप्ती छात्रावास मे "पाकिस्तानी-हिन्दुओ की व्यथा” पर आयोजित गोष्ठी में मुख्य वक्ता श्री तरुण विजय, राज्यसभा सांसद ने अपने अनुभवो के साथ केन्द्र सरकार द्वारा पाकिस्तान पर दोहरे रवैये की भर्त्सना करते हुए जल्दी से जल्दी पाकिस्तानी-हिन्दुओ पर हो रहे भयानक अत्याचारो पर केन्द्र सरकार को हस्तक्षेप करने के साथ-साथ पाकिस्तानी हिन्दुओ को त्वरित भारत की नागरिकता देने की माँग की और राज्यसभा मे इस विषय को उठाने का आश्वासन दिया. विहिप दिल्ली के मीडिया प्रभारी श्री विनोद बंसल ने पाकिस्तानी-हिन्दुओ पर मानवाधिकार की चुप्पी को आडे हाथो लेते हुए कहा कि पाकिस्तानी-हिन्दुओ पर हो रही ज्यादतियों पर मानवाधिकार की वकालत करने वालों की चुप्पी सन्देहास्पद है। स्वतंत्र पत्रकार राजीव गुप्ता ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि इन पाकिस्तानी-हिन्दुओ पर हो रही ज्यादतियाँ हमारे पूर्वजो की गलतियो का परिणाम है जिन्होने धार्मिक रूप से 1947 का भारत-विभाजन तो स्वीकार कर लिया किन्तु वहां के हिन्दुओं की रक्षार्थ मौन साध लिया। पाकिस्तानी-हिन्दुओ के संरक्षक नाहर सिँह ने कहा कि भारत सरकार द्वारा नागरिकता दिए जाने तक वे उनकी सेवा करते रहेंगे। विद्यार्थी परिषद, जेएनयू ईकाई की अध्यक्षा ममता शर्मा ने जेएनयू मे सक्रिय मानवाधिकारवादियो पर चुटकी लेते हुए कहा कि ये तथाकथित मानवधिकारी मात्र अपने स्वार्थ में ही लिप्त रहते है। सभा मे पाकिस्तानी - हिन्दू परिवारो के सदस्यों सहित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, दिल्ली विश्वविद्यालय के विकास और जे.एन.यू ईकाई के महा सचिव श्री सुमित सहित सैकडो छात्र-छात्राओ ने गोष्ठी मे भाग लिया.
Vishwa Hindu Parishad Delhi also know as Indraparstha Vishwa Hindu Parishad comprises of 32 districts and 6 Vibhag (Zone). Its head office is located at 2 floor jhandewalan devi mandir Jhandewalan New Delhi-110055. contact numbers-011-23679333, 23541878
Tuesday, April 23, 2013
जेएनयू ने भी सुना पाक पीडित हिन्दुओं का दर्द जिहादियों ने किया मानवता को शर्मसार, संसद से निकालेंगे हल:तरुण विजय
नई दिल्ली। अप्रेल 23, 2012। पाकिस्तान से आए पीडित हिन्दू परिवारों के दर्द की दास्तान सुन कर आज जवाहर लाल नेहरू विश्व विद्यालय के छात्रों व प्राध्यापकों का कलेजा भी भर आया। राज्य सभा के सांसद श्री तरूण विजय ने अपने पाकिस्तानी दौरों व इस संबन्ध में अपने अनुभवों का जिक्र करते हुए कहा कि पाकिस्तान से किसी भी प्रकार की सदभावना या सदाचार की अपेक्षा करना पूरी तरह से बेमानी है। उन्होंने कहा कि हिन्दुओं के उत्पीडन व उनको भारतीय नागरिकता देने संबन्धी मसले को वे शीघ्र ही ससद में उठाएंगे। विहिप दिल्ली के मीडिया प्रमुख श्री विनोद बंसल ने बडी संख्या में उपस्थित जन समूह को संबोधित करते हुए कहा कि इतिहास इस बात का साक्षी है कि दुनिया में जहां जहां और जब जब हिन्दू घटा, देश बंटा और परिणामत: हिन्दू बेघर हुए। उन्होंने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि बात बात पर मानवाधिकारों की दुहाई देने वाले जवाहर लाल नेहरू विश्व विद्यालय के कथित बुद्धिजीवियों की आवाज आखिर अभी तक इन पाक हिन्दुंओं के लिए क्यों चुप है? सभी को पीडित हिन्दुओं के दर्द को समझते हुए उन्हें तुरन्त नागरिक अधिकार देने हेतु आगे आना चाहिए। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, जे.एन.यू ईकाई के द्वारा ताप्ती छात्रावास मे "पाकिस्तानी-हिन्दुओ की व्यथा” पर आयोजित गोष्ठी में मुख्य वक्ता श्री तरुण विजय, राज्यसभा सांसद ने अपने अनुभवो के साथ केन्द्र सरकार द्वारा पाकिस्तान पर दोहरे रवैये की भर्त्सना करते हुए जल्दी से जल्दी पाकिस्तानी-हिन्दुओ पर हो रहे भयानक अत्याचारो पर केन्द्र सरकार को हस्तक्षेप करने के साथ-साथ पाकिस्तानी हिन्दुओ को त्वरित भारत की नागरिकता देने की माँग की और राज्यसभा मे इस विषय को उठाने का आश्वासन दिया. विहिप दिल्ली के मीडिया प्रभारी श्री विनोद बंसल ने पाकिस्तानी-हिन्दुओ पर मानवाधिकार की चुप्पी को आडे हाथो लेते हुए कहा कि पाकिस्तानी-हिन्दुओ पर हो रही ज्यादतियों पर मानवाधिकार की वकालत करने वालों की चुप्पी सन्देहास्पद है। स्वतंत्र पत्रकार राजीव गुप्ता ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि इन पाकिस्तानी-हिन्दुओ पर हो रही ज्यादतियाँ हमारे पूर्वजो की गलतियो का परिणाम है जिन्होने धार्मिक रूप से 1947 का भारत-विभाजन तो स्वीकार कर लिया किन्तु वहां के हिन्दुओं की रक्षार्थ मौन साध लिया। पाकिस्तानी-हिन्दुओ के संरक्षक नाहर सिँह ने कहा कि भारत सरकार द्वारा नागरिकता दिए जाने तक वे उनकी सेवा करते रहेंगे। विद्यार्थी परिषद, जेएनयू ईकाई की अध्यक्षा ममता शर्मा ने जेएनयू मे सक्रिय मानवाधिकारवादियो पर चुटकी लेते हुए कहा कि ये तथाकथित मानवधिकारी मात्र अपने स्वार्थ में ही लिप्त रहते है। सभा मे पाकिस्तानी - हिन्दू परिवारो के सदस्यों सहित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, दिल्ली विश्वविद्यालय के विकास और जे.एन.यू ईकाई के महा सचिव श्री सुमित सहित सैकडो छात्र-छात्राओ ने गोष्ठी मे भाग लिया.
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