बलात्कारियों व
दुराचारियों की गिरफ़्तारी हेतु राष्ट्रपति को सौंपा ज्ञापन
नई दिल्ली, 26 नवम्बर, 2013। महिलाओं के विरुद्ध बढती उत्पीडन
की घटनाओं से आहत दुर्गा वाहिनी व मातृ शक्ति ने आज दिल्ली के जंतर मंतर पर जम कर
प्रदर्शन किया और राष्ट्रपति से इस
सम्बन्ध में शिकायत करते हुए एक ज्ञापन सौंपा। विहिप की महिला शाखा मातृ शक्ति की
प्रान्त संयोजिका श्रीमती सिम्मी आहूजा व दुर्गा वाहिनी की प्रान्त संयोजिका
श्रीमती संजना चौधरी ने प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज हमारे
साधु संतों को तो मात्र शक के आधार पर जेलों में डाल दिया जाता है जबकि हाई
प्रोफ़ाइल अपराधियों को कानून का मजाक उडाने व न्याय व्यवस्था को प्रभावित करने के
लिए खुल्ला छोड दिया जाता है। दिल्ली की बहिन के साथ गोवा में घटी बलात्कार व
दुराचार की घटना को लगभग एक पखवाडा बीतने के बावजूद आरोपी तरुण तेजपाल व साथियों
की गिरफ़्तारी तो दूर उनके द्वारा मामले को मनमाना रूप दिया जाना न्याय व्यवस्था का
मखौल उडाया जाना नहीं तो और क्या है?
हाथों में “नारी
शक्ति का अपमान, नहीं सहेगा हिन्दुस्थान”, “नारी
का सम्मान करो, तेजपाल गिरफ़्तार करो”, “शीला
आन्टी की सरकार, नारी उत्पीडन की भरमार”, “नारी
की अब यही पुकार, बहुत हो गया अत्याचार”, “तेजपाल
से यारी क्यों, नारी पर वह भारी क्यों” इत्यादि
नारे लिखे प्ले-कार्ड व भगवा झण्डे लिए महिलाएं बडी संख्या में प्रदर्शन में सामिल
थीं।
प्रदर्शनकारियों
को विहिप दिल्ली के उपाध्यक्ष श्री अशोक कुमार, संयुक्त
महा-मंत्री श्री राम कृष्ण श्रीवास्तव, मातृ
शक्ति की प्रान्त सह-संयोजिका श्रीमती संध्या शर्मा व
श्रीमती नूतन जैन,
श्रीमती सीमा अरोड़ा व दुर्गा वाहिनी की प्रान्त सह संयोजिका कु0 कुसुम सहित अनेक
वक्ताओं ने सम्बोधित किया तथा बाद में एक प्रतिनिधि मण्डल ने राष्ट्रपति भवन जा कर
उन्हें ज्ञापन दिया।
ज्ञापन की प्रति
मीडिया को जारी करते हुए विहिप दिल्ली के मीडिया प्रमुख श्री विनोद बंसल ने बताया
कि अपने दो पृष्ठ के ज्ञापन में मातृ शक्ति व दुर्गा वाहिनी ने कहा है कि गत कुछ
वर्षों में देश की आधी आबादी (महिलाओं) के विरुद्ध अपराधों की बाढ सी आ गई है।
माताऐं व बहिनें बार-बार बलात्कार व यौन उत्पीडन का शिकार बन रही हैं। गोवा के
तरुण तेजपाल प्रकरण ने तो पूरे देश को नई तरह से सोचने पर मजबूर कर दिया है।
ज्ञापन में गुनहगारों को कड़ी से कडी सजा, फास्ट ट्रैक कोर्ट का
गठन, पुलिस काउन्सलिंग की व्यवस्था,
शिक्षा प्रणाली में नैतिक शिक्षा व आत्म सुरक्षा (जूडो कराटे
इत्यादि) को अनिवार्य बनाकर शराब व अन्य सभी नशीले पदार्थों के सेवन पर पूर्ण
प्रतिबन्ध की मांग की गई है। ज्ञापन की प्रति केन्द्रीय
गृह मंत्री के साथ दिल्ली व गोवा के राज्यपाल
व मुख्यमंत्रियों को भी भेजी गई है।
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