नई दिल्ली। फ़रवरी 4, 2014। आर्यसमाज
संत नगर ईस्ट आफ़ कैलाश ने आज वीर हकीकत राय के बलिदान दिवस तथा वसंत पंचमी पर देश
व द्गर्म पर न्योछावर हो जाने वाले केसरिया के दीवानों को याद करते हुए आज प्रात: वीर
हकीकत-वसंत यज्ञ का आयोजन किया। इस अवसर पर बोलते हुए वैदिक विदुशी श्रीमती विमलेश
आर्या ने कहा कि वसंत पंचमी ज्ञान की देवी मां सरस्वती की आराधना का दिन है। वसंत
के इसी पावन दिवस से प्रभु की वाणी वेदों को हम तक पहुंचाने के लिए ॠषी-मुनियों ने
गिरिवनों व उपवनों में जा कर ध्यान किया।
विहिप के प्रान्त मीडिया प्रमुख
श्री विनोद बंसल ने इस पर्व की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत बहु
संस्कृति और बहु-रितुओं का देश है जिनमें वसंत की अपनी विशेष महत्ता है। उन्होंने
यह भी कहा कि मात्र तेरह वर्ष की अल्पायु में वीर हकी कत राय नामक एक छोटे से बालक
ने धर्म और राष्ट्र की रक्षार्थ अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया किन्तु अत्याचारी मुगलों
के आगे नहीं झुका जो समस्त विश्व के लिए अनुकरणीय है। कुमारी वाणी ने इस अवसर पर
वीर हकीकत राय के जीवन के संस्मरण सुनाकर सभी को मंत्र मुग्ध कर दिया।
आज प्रात: साढे सात बजे दक्षिणी
दिल्ली के संत नगर स्थित आर्य समाज मंदिर में आयोजित इस कार्यक्रम में समाज के
संरक्षक श्री जगदीश गांधी व श्री राम किशन, कोषाध्यक्ष श्री वीरेन्द्र सूद,
श्रीमती गुरमीत कौर, श्रीमती कल्पना शर्मा व श्रीमती हितेश, श्री विजय पाल कौशिक, श्री
अरुण होरा व श्रीमती कुशुम, कुमारी सुनयना व राज कुमार सहित अनेक लोगों ने भाग
लिया।
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