नई दिल्ली फ़रवरी 27, 2014। महा शिव रात्रि के पावन
पर्व पर आज आर्य समाज संत नगर में ॠषि दयानन्द बोधोत्सव यज्ञ का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर बोलते हुए आर्य समाज संत नगर के कार्यकारी प्रधान व विहिप दिल्ली के
मीडिया प्रमुख श्री विनोद बंसल ने महा शिव रात्रि की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि
आज ही के दिन ॠषि दयानन्द को शिवालय में रात्रि भर जाग कर बोध प्राप्त हुआ और अपना
सर्वस्व त्याग कर समाज कल्याण की ओर निकल पडे। जिस प्रकार भगवान शंकर ने लोक
कल्याण के लिए जहर को अपने कंठ में धारण किया उसी प्रकार मूल शंकर(स्वामी दयानन्द
का बचपन का नाम) ने भी अनेक प्रकार की यातनाएँ झेल कर न सिर्फ़ विश्व में व्याप्त सामाजिक
बुराइयों का अन्त किया बल्कि मुगलों व ईसाइयों के द्वारा फ़ैलाए जा रहे धर्मांतरण
के षड्यंत्र का पर्दाफ़ाश कर हिन्दू समाज को आर्यत्व की ओर मार्ग-दर्शित किया। आज
आवश्यकता है कि सत्यार्थ प्रकाश के त्रयोदश व चतुर्दश समुल्लास का सघन प्रचार कर
देश को धर्मांतरण की विभीषिका से मुक्ति दिलाएँ।
दक्षिणी दिल्ली के ईस्ट आफ़ कैलाश स्थित संत नगर आर्य
समाज मन्दिर में आज प्रात: काल आयोजित ॠषि बोधोत्सव यज्ञ के उपरान्त बोलते हुए
वैदिक विदुषी श्रीमती विमलेश आर्या ने कहा कि ॠषि दयानन्द विलक्षण प्रतिभा के धनी थे। उन्ही की कृपा से आज महिलाएं ब्रह्मा बनकर न सिर्फ़ यज्ञों का
संचालन कर रही हैं बल्कि गार्गी बनकर सत्य सनातन वैदिक संदेश घर-घर पहुँचा रही
हैं।
इस अवसर पर आर्य समाज मंदिर के कोषाध्यक्ष श्री
वीरेन्द्र सूद, सह कोषाध्यक्ष श्री विनोद कौशिक, संरक्षक श्री जगदीश गांधी, श्री
गिरधर, श्रीमती कल्पना शर्मा, हितेश, निम्मी, कुसुम व कु विदुषी सहित अनेक लोगों ने अपने विचार रख कर
शिवत्व के माध्यम से कृणवन्तो विश्वमार्यम की ओर बढने का संकल्प लिया।
भवदीय
विनोद बंसल,
मीडिया प्रमुख
इंद्रप्रस्थ विश्व हिंदू परिषद, दिल्ली
मो - 9810949109
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