Tuesday, December 27, 2011

मुस्लिम आरक्षण व गीता पर प्रतिबन्ध के विरोध में प्रदर्शन

प्रेस विज्ञप्ति

मुस्लिम आरक्षण व गीता पर प्रतिबन्ध के विरोध में प्रदर्शन

नई दिल्ली, दिसम्बर 27, 2011। धर्माधारित आरक्षण व रूस में श्री मद भागवत् गीता पर प्रतिबन्ध के खिलाफ़ विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल, सनातन धर्म प्रतिनिधि सभा तथा दिल्ली संत महा-मण्डल द्वारा आज दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए विहिप की केन्द्रीय सलाहकार मण्डल के सदस्य व दिल्ली पूर्व सांसद श्री बी एल शर्मा प्रेम ने कहा कि भारत की संविधान सभा में हुई एक लम्बी बहस के बाद सर्व सम्मति से धर्म पर आधारित किसी भी प्रकार के आरक्षण को अस्वीकार कर दिया गया था। स्वतंत्र भारत में भी जब अनेक बार विभिन्न उच्च न्यायालय व सर्वोच्च न्यायालय भी जब किसी भी प्रकार के धर्म पर आधारित आरक्षण की स्पष्ट मनाही कर चुके हैं तो आखिर यूपीए सरकार संविधान तथा न्याय व्यवस्था का मखौल उडा कर मुस्लिम आरक्षण द्वारा देश के एक और विभाजन की नींव क्यों रख रही है। उन्होंने चेताया कि यदि इस आरक्षण को बापस नहीं लिया तो हम देश व्यापी प्रचंड प्रदर्शन कर राष्ट्र भक्त जनता को जगाएंगे।

रूस में श्री मद भागवत् गीता को प्रतिबन्धित करने के षडयंत्र का विरोध करते हुए वक्ताओं ने कहा कि गीता भारत की आत्मा, विश्व की शान और आध्यात्म की जान है। ऐसे में विश्व के किसी भी भू भाग पर यदि इसका अपमान होता है या इसे प्रतिबन्धित करने का कुत्सित प्रयास होता है तो इसका मुंह तोड जवाब दिया जाएगा। वक्ताओं ने मांग की कि भारत सरकार रूसी सरकार व वहां के चर्च को सख्त हिदायत दे कि वे इस केस को तुरन्त वापस लें अन्यथा विश्व भर के हिन्दू चुप नहीं बैठेंगे। प्रदर्शनकारियों ने मुस्लिम आरक्षण व रूसी राष्ट्रपति का पुतला भी फ़ूंका।

विहिप दिल्ली के मीडिया प्रमुख विनोद बंसल ने बताया कि प्रदर्शनकारी हाथों में भगवा झण्डे, तख्तियां, पोस्टर, बैनर व हाथों पर पट्टी बांधे नारे लगा रहे थे कि गीता मां का यह अपमान, नहीं सहेगा हिन्दुस्तान रूसी सरकार होश में आओ, आरक्षण अभिशाप है-देश का सत्या नाश है ओबीसी का छीन निवाला-भला देश का नहीं होने वाला

प्रदर्शनकारियों को महामण्डलेश्वर स्वामी प्रज्ञानन्द, दिल्ली संत महामण्डल के महन्त नवल किशोर दास, कलिका पीठाधीश्वर महन्त सुरेन्द्र नाथ अवधूत, विहिप के प्रान्त उपाध्यक्ष अम्रत लाल, महामन्त्री सत्येन्द्र मोहन, मंत्री गुरदीन प्रसाद रुस्तगी, श्री रोशन लाल गोरखपुरिया, दुर्गा वाहिनी संयोजिका कु अंजलि, मातृ शक्ति सह संयोजिका सिम्मी आहूजा, तारा चन्द गुप्ता आदि अनेक वक्ताओं ने संबोधित किया।

प्रदर्शन के बाद एक प्रतिनिधि मण्डल ने भारत के राष्ट्रपति को एक ज्ञापन भी दिया जिसमें देश के बहुसंख्यक समाज (विशेषकर ओबीसी) का निवाला छीन कर मुसलमानों को असंवैधानिक तरीके से धर्माधारित आरक्षण व भारत की आत्मा गीता पर कुठाराघात करने वालों पर अंकुश लगाने की मांग की गई है।

भवदीय

विनोद बंसल

मीडिया प्रमुख,

इन्द्रप्रस्थ विश्व हिंदू परिषद-दिल्ली संपर्क : 09810949109

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