Thursday, May 16, 2013

गौभक्त लवकेश पंचगव्य से पंच तत्व में विलीन



नई दिल्ली। मई 16, 2013। गौ सेवा के लिए समर्पित जीवन जीने वाले गौवंस रक्षण संवर्धन परिषद दिल्ली के महा मंत्री श्री लवकेश गौड का आज दिल्ली में निधन हो गया. पैंतालिस वर्षीय श्री गौड अपने पीछे एक बेटा व् एक बेटी छोड गए हैं. उनके निधन पर विश्व हिन्दू परिषद, गौवंस रक्षण संवर्धन परिषद, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, बजरंग दल   दुर्गा वाहिनी सहित अनेक संगठनो ने शोक व्यक्त किया है. उनका दिवंत शरीर आज दिल्ली के निगम बोध घाट पर पञ्चगव्य के साथ गौ-गोबर से निर्मित उपलों की अग्नि को समर्पित कर दिया गया.  
विहिप दिल्ली के मीडिया प्रमुख श्री विनोद बंसल ने बताया कि राणा प्रताप में रहने वाले श्री गौड का जीवन  गत अनेक वर्षों से गौ भक्ति व गौ सेवा को समर्पित था। गौ रक्षा व गौ संवर्धन के लिए पंचगव्य से निर्मित औषधि, कीटनाशक, सौदर्य प्रसाधन व अन्य प्रकार के उत्पाद हों या गौ गोबर के उपले, गौ मूत्र हो या गौ घृत, सभी के प्रचार-प्रसार में उनकी अहम् भूमिका थी.  राष्ट्र मंडल खेलों में गौमांस परोसने की बात हो या भारत के योजना आयोग द्वारा गौ मांस निर्यात की संस्तुति की बात हो, दिल्ली में गौओं पर हो रहे अत्याचार का मामला हो या गौ ह्त्या की बढती घटनाएं, सभी का उन्होंने मुखर विरोध किया. दिल्ली की सभी गौ शालाओं से उनके सजीव संपर्क थे.
आज दोपहर साढ़े बारह बजे निगम बोध घाट पर दी गई उनकी अंतिम विदाई में विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय उपाध्यक्ष श्री ओम प्रकाश सिंहल, अखिल भारतीय गई रक्षा प्रमुख श्री खेम चंद शर्माक्षेत्रीय गौ रक्षा प्रमुख श्री राष्ट्र प्रकाशप्रांत अध्यक्ष श्री स्वदेश पाल, उपाध्यक्ष श्री अशोक कुमार, महामंत्री श्री सत्येन्द्र मोहन, दुर्गा वाहिनी प्रमुख श्रीमती संजना चौधरी, पार्षद श्री अरविन्द गर्ग, संत श्री राम शरणानन्द जी महाराज सहित अनेक गणमान्य लोग सामिल थे.    
गौ माता निकलीं ज्ञापन देने:
यमुना खादर स्थित रेल के लोहे के पुराने पुल के पास शास्त्री पार्क में गौ शाला को तोडने हेतु कल गए डीडीए के दस्ता की शिकायत करने आज गौ माताएं स्वयं गौशाला छोड उपराज्यपाल कार्यालय को रवाना हुई. जैसे ही गौउएँ गौशाला से निकलने को तैयार हुईं, पुलिस व प्रशासन के हाथ पाँव फ़ूल गये. बाद में किसी तरह पुलिस ने एक प्रतिनिधि मण्डल को ले जाकर उप राज्यपाल को ज्ञापन दिलाया. जिसमें गौ शाला को ध्वस्त करने की बजाय गौ माता व् गौ भक्तों की सहायता करने की अपील की गई है.

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