Monday, December 31, 2012

विदेशी दासता की पहचान है जनवरी का नया साल



-विनोद बंसल
जनरी के नजदीक आते ही जगह-जगह जश्न मनाने की तैयारियां प्रारम्भ हो जाती हैं। करोडों रुपए का खर्चा नव वर्ष की तैयारियों में खर्च हो जाता है। होटल, रेस्तरॉ, पब इत्यादि अपने-अपने ढंग से इसके आगमन की तैयारियां करने लगते हैं। हैप्पी न्यू ईयरके बैनर, होर्डिंग, पोस्टर व कार्डों के साथ दारू की दुकानों की भी चांदी कटने लगती है। कहीं कहीं तो जाम से जाम इतने टकराते हैं कि घटनाऐं दुर्घटनाओं में बदल जाती हैं और मनुष्य मनुष्यों से तथा गाड़ियां गाडियों से भिडने लगते हैं। रात-रात भर जागकर नया साल मनाने से ऐसा प्रतीत होता है मानो सारी खुशियां एक साथ आज ही मिल जायेंगी। हम भारतीय भी पश्चिमी अंधानुकरण में इतने सराबोर हो जाते हैं कि उचित अनुचित का बोध त्याग अपनी सभी सांस्कृतिक मर्यादाओं को तिलान्जलि दे बैठते हैं। पता ही नहीं लगता कि कौन अपना है और कौन पराया। क्या यही है हमारी संस्कृति या त्योहार मनाने की परम्परा।
एक जनवरी से प्रारम्भ होने वाली काल गणना को हम ईस्वी सन् के नाम से जानते हैं जिसका सम्बन्ध ईसाई जगत् व ईसा मसीह से है। इसे रोम के सम्राट जूलियस सीजर द्वारा ईसा के जन्म के तीन वर्ष बाद प्रचलन में लाया गया। भारत में ईस्वी सम्वत् का प्रचलन अग्रेंजी शासकों ने 1752 में किया। अधिकांश राष्ट्रों के ईसाई होने और अग्रेजों के विश्वव्यापी प्रभुत्व के कारण ही इसे विश्व के अनेक देशों ने अपनाया। 1752 से पहले ईस्वी सन् 25 मार्च से शुरू होता था किन्तु 18वीं सदी से इसकी शुरूआत एक जनवरी से होने लगी। ईस्वी कलेण्डर के महीनों के नामों में प्रथम छ: माह यानि जनवरी से जून रोमन देवताओं (जोनस, मार्स व मया इत्यादि) के नाम पर हैं। जुलाई और अगस्त रोम के सम्राट जूलियस सीजर तथा उनके पौत्र आगस्टस के नाम पर तथा सितम्बर से दिसम्बर तक रोमन संवत् के मासों के आधार पर रखे गये। जुलाई और अगस्त, क्योंकि सम्राटों के नाम पर थे इसलिए, दोनों ही इकत्तीस दिनों के माने गये अन्यथा कोई भी दो मास 31 दिनों या लगातार बराबर दिनों की संख्या वाले नहीं हैं।
ईसा से 753 वर्ष पहले रोम नगर की स्थापना के समय रोमन संवत् प्रारम्भ हुआ जिसके मात्र दस माह व 304 दिन होते थे। इसके 53 साल बाद वहां के सम्राट नूमा पाम्पीसियस ने जनवरी और फरवरी दो माह और जोड़कर इसे 355 दिनों का बना दिया। ईसा के जन्म से 46 वर्ष पहले जूलियस सीजन ने इसे 365 दिन का बना दिया। सन् 1582 ई. में पोप ग्रेगरी ने आदेश जारी किया कि इस मास के 04 अक्टूबर को इस वर्ष का 14 अक्टूबर समझा जाये।आखिर क्या आधार है इस काल गणना का? यह तो ग्रहों व नक्षत्रों की स्थिति पर आधारित होनी चाहिए।
स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात् नवम्बर 1952 में वैज्ञानिक और औद्योगिक परिषद के द्वारा पंचांग सुधार समिति की स्थापना की गयी। समिति ने 1955 में सौंपी अपनी रिपोर्ट में विक्रमी संवत को भी स्वीकार करने की सिफारिश की थी। किन्तु, तत्कालीन प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू के आग्रह पर ग्रेगेरियन कलेण्डर को ही सरकारी कामकाज हेतु उपयुक्त मानकर 22 मार्च 1957 को इसे राष्ट्रीय कलेण्डर के रूप में स्वीकार कर लिया गया।
ग्रेगेरियन कलेण्डर की काल गणना मात्र दो हजार वर्षों के अति अल्प समय को दर्शाती है। जबकि यूनान की काल गणना 3582 वर्ष, रोम की 2757 वर्ष, यहूदी 5768, मिस्त्र की 28671, पारसी 198875 तथा चीन की 96002305 वर्ष पुरानी है। इन सबसे अलग यदि भारतीय काल गणना की बात करें तो हमारे ज्योतिष के अनुसार पृथ्वी की आयु एक अरब 97 करोड़, 39 लाख 49 हजार 110 वर्ष है। जिसके व्यापक प्रमाण हमारे पास उपलब्ध हैं। हमारे प्रचीन ग्रंथों में एक-एक पल की गणना की गयी है।
जिस प्रकार ईस्वी सम्वत् का सम्बन्ध ईसा जगत से है उसी प्रकार हिजरी सम्वत् का सम्बन्ध मुस्लिम जगत और हजरत मुहम्मद साहब से है। किन्तु विक्रमी सम्वत् का सम्बन्ध किसी भी धर्म से न हो कर सारे विश्व की प्रकृति, खगोल सिध्दांत व ब्रह्माण्ड के ग्रहों व नक्षत्रों से है। इसलिए भारतीय काल गणना पंथ निरपेक्ष होने के साथ सृष्टि की रचना व राष्ट्र की गौरवशाली परम्पराओं को दर्शाती है। इतना ही नहीं, ब्रह्माण्ड के सबसे पुरातन ग्रंथ वेदों में भी इसका वर्णन है। नव संवत् यानि संवत्सरों का वर्णन यजुर्वेद के 27वें व 30वें अध्याय के मंत्र क्रमांक क्रमश: 45 15 में विस्तार से दिया गया है। विश्व में सौर मण्डल के ग्रहों व नक्षत्रों की चाल व निरन्तर बदलती उनकी स्थिति पर ही हमारे दिन, महीने, साल और उनके सूक्ष्मतम भाग आधारित होते हैं।
इसी वैज्ञानिक आधार के कारण ही पाश्चात्य देशों के अंधानुकरण के बावजूद, चाहे बच्चे के गर्भाधान की बात हो, जन्म की बात हो, नामकरण की बात हो, गृह प्रवेश या व्यापार प्रारम्भ करने की बात हो, सभी में हम एक कुशल पंडित के पास जाकर शुभ लग्न व मुहूर्त पूछते हैं। और तो और, देश के बडे से बडे राजनेता भी सत्तासीन होने के लिए सबसे पहले एक अच्छे मुहूर्त का इंतजार करते हैं जो कि विशुध्द रूप से विक्रमी संवत् के पंचांग पर आधारित होता है। भारतीय मान्यतानुसार कोई भी काम यदि शुभ मुहूर्त में प्रारम्भ किया जाये तो उसकी सफलता में चार चांद लग जाते हैं। वैसे भी भारतीय संस्कृति श्रेष्ठता की उपासक है। जो प्रसंग समाज में हर्ष व उल्लास जगाते हुए एक सही दिशा प्रदान करते हैं उन सभी को हम उत्सव के रूप में मनाते हैं। राष्ट्र के स्वाभिमान व देश प्रेम को जगाने वाले अनेक प्रसंग चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से जुडे हुए हैं। यह वह दिन है जिस दिन से भारतीय नव वर्ष प्रारम्भ होता है। यह सामान्यत: अंग्रेजी कलेण्डर के मार्च या अप्रेल माह में पडता है। इसके अलाबा जापान फ़्रांस, थाईलेण्ड, इत्यादि अनेक देशों के नव वर्ष भी इसी दौरान पडते हैं। आइये इस दिन की महानता के प्रसंगों को देखते हैं :-
ऐतिहासिक महत्व
  • वर्ष पूर्व इसी दिन के सूर्योदय से ब्रह्मा जी ने जगत की रचना प्रारंभ की।
  •  प्रभु श्री राम, चक्रवर्ती सम्राट विक्रमादित्य व धर्म राज युधिष्ठिर का राज्यभिषेक राज्याभिषेक भी इसी दिन हुआ था।
  •  शक्ति और भक्ति के नौ दिन अर्थात्, नवरात्र स्थापना का पहला दिन यही है।
  •  प्रभु राम के जन्मदिन रामनवमी से पूर्व नौ दिन का श्री राम महोत्सव मनाने का प्रथम दिन।
  •  आर्य समाज स्थापना दिवस, सिख परंपरा के द्वितीय गुरू अंगददेव जी, संत झूलेलाल व राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के संस्थापक डा0 केशव राव बलीराम हैडगेवार का जन्मदिवस।
प्राकृतिक महत्व
  •  वसंत ऋतु का आरंभ वर्ष प्रतिपदा से ही होता है जो उल्लास, उमंग, खुशी तथा चारों तरफ पुष्पों की सुगंधि से भरी होती है।
  •  फसल पकने का प्रारंभ यानि किसान की मेहनत का फल मिलने का भी यही समय होता है।
  •  ज्योतिष शास्त्र के अनुसर इस दिन नक्षत्र शुभ स्थिति में होते हैं अर्थात् किसी भी कार्य को प्रारंभ करने के लिये शुभ मुहूर्त होता है।
क्या एक जनवरी के साथ ऐसा एक भी प्रसंग जुड़ा है जिससे राष्ट्र प्रेम जाग सके, स्वाभिमान जाग सके या श्रेष्ठ होने का भाव जाग सके ? मैकाले की अंग्रेजी शिक्षा पद्धति का ही नतीजा है कि आज हमने न सिर्फ़ अंग्रेजी बोलने में हिन्दी से ज्यादा गर्व महसूस किया बल्कि अपने प्यारे भारत का नाम संविधान में इंडिया दैट इज भारत तक रख दिया। इसके पीछे यही धारणा थी कि भारत को भूल कर इंडिया को याद रखो क्योंकि यदि भारत को याद रखोगे तो भरत याद आएंगे, शकुन्तला व दुश्यन्त याद आएंगे, हस्तिना पुर व उसकी प्राचीन सभ्यता और परम्परा याद आएगी।
आइये! विदेशी दासत्व को त्याग स्वदेशी अपनाऐं और गर्व के साथ भारतीय नव वर्ष यानि विक्रमी संवत् को ही मनायें तथा इसका अधिक से अधिक प्रचार करें।
पता : 329, संत नगर, पूर्वी कैलाश, नई दिल्ली-110065. चल दूरभाष : 9810949109

Sunday, December 30, 2012

Dry Delhi & Moral education Must:VHP condolences & Protests at Dozen places in Delhi



New Delhi. December 30, 2012. Vishwa Hindu Parishad(VHP) today demanded compulsory moral education and complete liquor free country to stop such heinous crimes against women and make citizens safe. Expressing his deep sorrow and paying rich tributes to the young lady who  became victim of the drunken in the national capital, the national spokesperson of VHP advocate Prakash Sharma said that country should be free from liquor and the moral education must be made mandatory in all schools of the country to avoid any such crime in future. He was speaking in Sanatan Dharm Mandir of GK-2 in south Delhi. VHP today organized condolence meetings at dozen places in Delhi.
According to shri Vinod Bansal, the media chief of VHP Delhi, today, we have paid rich tributes through havan satsang, Keertan & prayer meetings at different parts of Delhi. Many socio-religious organization, RWAs, Temple management committees etc have taken part in such meets. All present have demanded that our country should be made free from liquor and rich of moral education & values to save the nation from such menaces.
 The programs organized at Jyoti colony, Mayur Vihar Phase-2 & New Ashok Nagar of East Delhi, Chhatar pur, Pul Prahalad pur & Kalkaji in south Delhi and Nand Nagari, Mahalaxmi Nagar & Palam of West Delhi had large gathering. The state vice presidents shri Mahaveer Prasad, Gurdeen Prasad, Deepak kumar, Ujagar Singh & Brij Mohan Sethi, secretary general Satyendra Mohan, secretary Ram Pal Singh, organizing secretary Karuna Prakash, Rashtra Prakash and Manish Rai were amongst those who participated and addressed the large gatherings, Bansal added.

पूर्ण नशाबन्दी व अनिवार्य नैतिक शिक्षा ही सच्ची श्रद्धांजलि : विहिप






नई  दिल्ली, दिसम्बर 30,2012. देश में लगातार बढ रही महिला उत्पीडन की घटनाओं पर विराम लगाने के लिए विश्व हिन्दू परिषद ने नैतिक शिक्षा की अनिवार्यता और देश में पूर्ण नशा बन्दी को अनिवार्य कदम बताया है। विहिप द्वारा राजधानी दिल्ली के आठ विभिन्न स्थानों पर बलात्कार की शिकार युवती की मृत्यु पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति व व्यवस्था परिवर्तन हेतु हवन-यज्ञ, सत्संग व कीर्तन का आयोजन किया गया। दक्षिणी दिल्ली के जीके-2 स्थित श्री सनातन धर्म मन्दिर में हिन्दू हित चिन्तकों व समाज के प्रबुद्ध वर्ग के लोगों के समक्ष दिल्ली में घटी शर्मनाक घटना का जिक्र करते हुए विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता एडवोकेट प्रकाश शर्मा ने कहा कि देश में अनिवार्य नैतिक शिक्षा, पूर्ण नशा बन्दी व त्वरित न्याय व्यवस्था से ही इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सकता है।
विहिप दिल्ली के मीडिया प्रमुख श्री विनोद बंसल ने बताया कि देश की राजधानी को शर्मसार करने वाली घटना पर छोभ व शोक व्यक्त करने, दिवंगत आत्मा की शांति व व्यवस्था परिवर्तन हेतु आवाज बुलन्द करने के लिए आज दिल्ली के दर्जन भर स्थानों पर विहिप की प्रेरणा से हिन्दू हित चिंतकों द्वारा हवन-कीर्तन, सत्संग-भजन व शोक सभाओं का आयोजन किया गया। पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार फ़ेस-2, न्यू अशोक नगर, शिव विहार, नन्द नगरी व मण्डावली, पश्चिमी दिल्ली के पालम तथा दक्षिणी दिल्ली के महरोली, पुल प्रहलाद पुर व कालकाजी सहित अनेक स्थानों पर आयोजित इन कार्यक्रमों में हजारों लोगों ने भाग लिया। उपस्थित जन समूह ने पुलिस, प्रशासन व सरकारी मशीनरी की पूर्ण विफ़लता पर शान्ति पूर्ण विरोध दर्ज कराते हुए व्यवस्था परिवर्तन की मांग दोहराई।
   विहिप के प्रान्त उपाध्यक्ष श्री महावीर प्रसाद, श्री दीपक कुमार, सरदार उजागर सिंह, बृज मोहन सेठी व श्री गुरदीन प्रसाद रुस्तगी, महा मंत्री श्री सत्येन्द्र मोहन, मंत्री श्री राम पाल सिंह, सगठन मंत्री श्री करिणा प्रकाश, प्रान्त मातृ शक्ति संयोजिका श्रीमती सिम्मी आहूजा, दुर्गा वाहिनी संयोजिका श्रीमती संजना चौधरी व मीडिया टोली के श्री मनीश राय सहित अनेक गणमान्य लोगों ने सम्बोधित किया।
सभी ने एक स्वर से आवाज बुलन्द की कि केन्द्र व दिल्ली की सरकार अपने निजी स्वार्थों को सीमा में रखकर प्रशासन को चुस्त-दुरुस्त करें अन्यथा सरकारी निकम्मेपन का खामियाजा पूरे देश को भुगतना पडेगा। लोगों में इस बात पर भी एक राय थी कि यदि राजधानी में कानून व व्यवस्था की स्थिति तथा विभिन्न विभागों में तालमेल ठीक होता तो न सिर्फ़ युवती की जान वल्कि उसकी इज्जत को भी बचाया जा सकता था।

Saturday, December 29, 2012

VHP rich tributes to the departed soul. She became victim of total administrative failure



New Delhi. December 29, 2012. Vishwa Hindu Parishad(VHP) and its women wings Matri shakti & Durga Vahini today expressed its deep sorrow and paid rich tributes to the young lady who have became victim of the total administrative failure in the national capital. Expressing grief in its hurriedly called meeting, the secretary General VHP-Delhi said that her demise is painful and shame full to every citizen of this country and we all have to maintain peace and sympathy to the grieved family in these hours of mourn.
According to shri Vinod Bansal, the media chief of VHP Delhi, a meeting of many socio religious organization was called in the state head quarters of VHP today morning. The meeting unanimously adopted a resolution expressing grief and sorrow on the death of the young girl. All present pray to the god that the departed soul may rest in peace and extend courage to the aggrieved family and friends for bearing this loss. In another resolution VHP says that she has became victim of total administrative failure. We could have saved not only her life but also from the barbarism if the national capital have presence of its administration. Passing the bug on each other by the different government agencies have fueled a lot in pushing the country in this critical situation, Mr Bansal added. 
The VHP state vice presidents- shri Mahavir Parasad, shri Deepak Kumar, shri Gurdeen Prasad Rustagi and shri Sardar Ujagar Singh, organizing secretary shri Karuna Prakash, secretary shri Ram Pal Sigh, shri Manish Rai, Matri shakti convenor smt Simmy Ahuja, Durga Vahini convenor smt Sanjana Chaudhary were amongst those present in the meeting.

कानून व व्यवस्था की विफ़लता की शिकार हुई युवती:विहिप अनेक संस्थाओं ने दी श्रद्धान्जलि



नई  दिल्ली, दिसम्बर 29,2012. बलात्कार की विभीषिका की शिकार हुई युवती की मृत्यु पर गहरा छोभ व शोक व्यक्त करते हुए विश्व हिन्दू परिषद, उसकी महिला शाखा मातॄ शक्ति व दुर्गा वाहिनी सहित अनेक संगठनों ने घटना को सरकारी विफ़लता का भीषण दुष्परिणाम करार दिया है। विहिप दिल्ली के महा मंत्री श्री सत्येन्द्र मोहन ने कहा है कि यह दिल्ली की कानून व व्यवस्था की पूर्ण विफ़लता का स्पष्ट उदाहरण है। उन्होंने यह भी कहा कि दु:ख की इस घडी में समस्त देश युवती के परिजनों के साथ है। हम दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं।
विहिप दिल्ली द्वारा आज झण्डेवालान स्थित प्रान्त मुख्यालय में बुलाई गई एक अहम बैठक की जानकारी देते हुए संगठन के मीडिया प्रमुख श्री विनोद बंसल ने बताया कि बैठक में पारित शोक प्रस्ताव में परिजनों व देश वासियों को इस दु:ख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने हेतु प्रभु से कामना की गई है। एक अन्य प्रस्ताव में केन्द्र व दिल्ली की सरकार से भी मांग की गई है कि वे अपने निजी स्वार्थों को सीमा में रखकर प्रशासन को चुस्त-दुरुस्त करें अन्यथा सरकारी निकम्मेपन का खामियाजा पूरे देश को भुगतना पडेगा। बैठक में इस बात पर भी एक राय थी कि यदि राजधानी में कानून व व्यवस्था की स्थिति तथा विभिन्न विभागों में तालमेल ठीक होता तो न सिर्फ़ बहिन की जान वल्कि उसकी इज्जत को भी बचाया जा सकता था। बैठक में दो मिनिट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शान्ति हेतु प्रार्थना भी की गई।
दुसरी ओर दक्षिणी दिल्ली स्थित आर्य समाज-संत नगर में आज प्रात: कालीन यज्ञ में दिवंगत आत्मा की शान्ति व सरकार को सद्बुद्धि देने हेतु आहूतियां दीं गईं।
बैठक में विहिप दिल्ली के उपाध्यक्ष श्री महावीर प्रसाद, श्री गुरदीन प्रशाद रुस्तगी, सरदार उजागर सिंह, दीपक कुमार व मंत्री श्री राम पाल सिंह, प्रान्त मातृ शक्ति संयोजिका श्रीमती सिम्मी आहूजा, दुर्गा वाहिनी संयोजिका श्रीमती संजना चौधरी व मीडिया टोली के श्री मनीश राय सहित अनेक पदाधिकारी उपस्थित थे।

दुर्गा वाहिनी ने निकाली मशाल यात्रा










नई  दिल्ली, दिसम्बर 27,2012. दिल्ली में हुई वीभत्स गेंग रेप की घटना के विरोध में विश्व हिन्दू परिषद् की महिला शाखा मातॄ शक्ति व दुर्गा वाहिनी  ने कल देर रात एक मशाल यात्रा निकाल कर दोषियों को कडा दण्ड व पीडिता को उच्चतम स्तर की चिकित्सा सहायता की अपनी मांग दोहराई। प्रांत मातॄ शक्ति संयोजिका श्रीमति सिम्मी आहूजा ने इस अवसर पर कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है की वर्तमान केंद्र सरकार अपराधियों पर सिकंजा कसने की बजाय लोकतांत्रिक रूप से शान्ति पूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों के दमन पर उतारू है। उन्होंने प्रदर्शकारियों का समर्थन करने आए बाबा राम देव व पूर्व सेना अध्यक्ष जनरल वीके सिंह पर लगाए गए दंगा भडकाने के आरोपों को भी बापस लेने की मांग की।
पश्चिमी दिल्ली के पूर्वी पंजाबी बाग़ बाजार के पास स्थित सनातन धर्म मंदिर से प्रारम्भ हुई मशाल यात्रा पंजाबी बाग़ के विभन्न स्थानों से होती हुई शहीद धींगरा पार्क में समाप्त हुई। बडी संख्या में दुर्गा वाहिनी व मात्र शक्ति की कार्यकत्रियों के अलाबा पुलकारी पंजाबी महिला मंच की मोनिका दुआ ज्योती कलूचा, विम्मी चावला, महिला मण्डल की बहिन मीना गुप्ता तथा मेरी दिल्ली, सांवरी सनातन धर्म महिला सत्संग मण्डल व G -7 वेलफेयर एसोसिएशन की भागीदारी थी। पुरुषों ने भी अपने हाथों में मशालें थामी हुई थी तथा महिलाओं के साथ साथ चल रहे थे।

Wednesday, December 26, 2012

दुष्कर्म पीडिता को न्याय दो : बजरंग दल लड़की के स्वास्थ्य लाभ के लिए हनुमान चालीसा व हवन-यज्ञ







 
नई दिल्ली, दिसंबर 25 2012  दिल्ली में हुए सामूहिक बलात्कार व महिला उत्पीडन की घटना ने देश और समाज को झकझोर दिया है पीडिता की हालत लगातार नाजुक बनी हुई है घटना के विरोध में जहाँ देश भर में रोष है वही बजरंग दल दिल्ली की लाजपत नगर जिला इकाई ने पीड़ित लड़की के स्वास्थ्य लाभ के लिए आई एन ए मार्किट स्थित हनुमान मंदिर में सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ वं 121 हामृत्युंजय मंत्रो के द्वारा यज्ञ में आहूति दी गई इस अवसर पर विहिप दिल्ली के प्रान्त संगठन मंत्री श्री करुणा प्रकाश ने कहा कि पीडिता के बयानों व पुलिस कर्मी की मृत्यु संबन्धी असमंजस ने यह स्पष्ट कर दिया है कि दिल्ली पुलिस काम कम और केसों के काम तमाम करने पर ज्यादा ध्यान देती है। इसी कारण राजधानी में आपराधिक तत्वों का खुला राज है।

कार्यक्रम में बजरंग दल के प्रान्त पूर्णकालिक श्री नीरज दनोरिया, विभाग सयोजक श्री श्याम कुमार, सह-सयोजक श्री किशन बसोया, श्री मुन्ना लाल शर्मा, भगत सिंह क्रांति सेना के श्री विष्णु गुप्ता तथा विहिप मिडिया के श्री राकेश पाण्डेय सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे । 



Sunday, December 23, 2012


अखबारों में प्रकाशित विहिप खबरे








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राकेश कुमार पाण्डेय
विहिप दिल्ली ,मिडिया
0-9717311794

सरकार देश की जनता से मांफ़ी मांगे : चम्पत राय । नारी उत्पीडन के विरुद्ध विहिप व दुर्गा वाहिनी ने किए प्रदर्शन









हिन्दू हित सम्मेलन हुए जन चेतना यात्रा में परिणत, सख्त कानून की मांग
नई दिल्ली, दिसम्बर 23, 2012। दिल्ली में गेंग रेप व महिला उत्पीडन के विरुद्ध आवाज बुलन्द करते हुए आज विश्व हिन्दू परिषद दिल्ली की महिला शाखा दुर्गा वाहिनी ने दिल्ली के अलग अलग कोनों में लगभग आधा दर्जन स्थानों पर शान्तिपूर्ण प्रदर्शन किया। उत्तरी दिल्ली के शालीमार बाग में विहिप के अन्तर्राष्ट्रीय महा मंत्री श्री चम्पत राय ने कहा कि देश के प्रधान मंत्री व गृह मंत्री को वर्तमान घटना के अलावा निठारी काण्ड व तन्दूर काण्ड जैसी वीभत्स घटनाओं पर भी देश की जनता से तुरन्त माफ़ी मांग कर ऐसी घटनाओं की पुनरावृति रोकने हेतु कार्य योजना की घोषणा करनी चाहिए। उन्होंने जहां पुलिस द्वारा अपनी नाकामी छिपा कर प्रदर्शकारियों के दमन की तीब्र निंदा की वहीं देश की युवा शक्ति से भी अपील की कि वह जाने-अंजाने में किसी भी प्रकार से राष्ट्रीय सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने से बचें। उनका यह भी कहना था कि लचर कानून व धीमी तथा पंगु न्याय व्यवस्था के साथ राजनैतिक संरक्षण के चलते आज अपराध जगत के मन से पुलिस व प्रशासन का भय लगभग समाप्त हो चुका है जो राष्ट्र के लिए एक चुनौती है।
दुर्गा वाहिनी दिल्ली की प्रान्त संयोजिका श्रीमति संजना चौधरी ने प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व करते हुए कहा कि जब तक दिल्ली की एक एक बहिन सुरक्षित नहीं, दुर्गा वाहिनी चुप नहीं बैठेगी। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य की मुख्य मंत्री व यूपीए की अध्यक्षा के महिला होने के बावजूद नारी उत्पीडन की घटनाएं दिल्ली में सबसे ज्यादा हैं, इन्हें हर हालत में रोकना ही होगा।
हिन्दू हित चिन्तक सम्मेलनों के बाद दुर्गा वाहिनी द्वारा आज पूर्वी दिल्ली के सी-8 यमुना विहार तथा सोनिया विहार के खजूरी थाने, दक्षिणी दिल्ली के बदर पुर स्थित मीठापुर चौक, उत्तरी दिल्ली के शालीमार बाग स्थित बीटी ब्लाक तथा सेन्ट्रल दिल्ली के नवी करीम चौक पर हुए विरोध प्रदर्शनों ने एक बार फ़िर स्वतंत्रता आन्दोलनों की याद ताजा कर दी। प्रदर्शनकारियों के हाथों में नारी उत्पीडन बन्द करे नैतिक शिक्षा अनिवार्य करो बलात्कारियों को फ़ांसी दो, बलात्कारी अभी जिंदा हैं देश बडा शर्मिंदा है इत्यादि नारे लिखी तख्स्तियां थीं तो चेहरे पर गहरा गुस्सा भी स्पष्ट झलक रहा था।
   प्रदर्शनकारियों व हिन्दू हित चिंतक सम्मेलनों के सह-भागियों को विहिप के केन्द्रीय मंत्री श्री राजेन्द्र सिंह पंकज व श्री जुगल किशोर, दुर्गा वाहिनी की सह संयोजिका कु कुशुम, बजरंग दल के प्रशिक्षण प्रमुख श्री मनोज वर्मा, पूर्ण कालिक श्री नीरज दोनेरिया, विहिप दिल्ली के उपाध्यक्ष सरदार उजागर सिंह, दीपक कुमार, अशोक कुमार व श्री जगन्नाथ बंसल, महा मंत्री श्री सत्येन्द्र मोहन, मंत्री श्री राम पाल सिंह  व समाज सेवी श्री संदीप चौधरी सहित अनेक गणमान्य लोगों ने संबोधित किया तथा सैकडों की संख्या में लोगों ने भाग लिया।

Saturday, December 22, 2012

प्रेस निमंत्रण : - दिल्ली में हुए सामूहिक बलात्कार व लगातार होने वाले नारी उत्पीडन के विरोढ में विश्व हिन्दू परिषद व् उसकी महिला शाखा दुर्गा वाहिनी कल दिल्ली के आधा दर्जन स्थानों से एक साथ जन चेतना यात्रा

प्रेस निमंत्रण
दिल्ली में हुए सामूहिक बलात्कार व लगातार होने वाले नारी उत्पीडन के विरोढ में विश्व हिन्दू परिषद व् उसकी महिला शाखा दुर्गा वाहिनी कल दिल्ली के आधा दर्जन स्थानों से एक साथ जन चेतना यात्रा निकाल कर प्रदर्शन करेगी। प्रदर्शन का स्थान व समय निम्नानुसार रहेगा:

पश्चिमी दिल्ली :
1. श्री राम मंदिर बीटी ब्लाक शालीमार बाग़, नई दिल्ली -
समय : दोपहर 12.05 बजे सम्पर्क : श्री अशोक गुप्ता (जिला मंत्री)-9811547234
नोट : विहिप के अंतर्राष्ट्रीय महा मंत्री श्री चम्पत राय मुख्य वक्ता होंगे तथा दुर्गा वाहिनी की प्रांत संयोजिका श्रीमती संजना चौधरी प्रदर्शन का नेतृत्व करेंगी।
दक्षिणी दिल्ली :
2. चौधरी सुख लाल बेंकट हाल, स्थल मंदिर के पास, संगम विहार, नई दिल्ली
समय : 11.30 बजे सम्पर्क : श्री राम गोपाल गुप्ता (जिला मंत्री)-9650392056

3. मीठा पुर चौक, बदर पुर, नई दिल्ली
दोपहर 1.30 बजे सम्पर्क : श्री मदन सिंह(जिला मंत्री)-9968286731

सेन्ट्रल दिल्ली :
4. शिव संकट मोचन हनुमान मंदिर, नवी करीम, में क़ुतुब रोड, नई दिल्ली-55
दोपहर 12.30 बजे सम्पर्क : श्री पुरुषोत्तम (जिला मंत्री)-9999808501

पूर्वी दिल्ली
5. महाबर वैश्य भवन धर्मशाला, सी-8 यमुना विहार पूर्वी दिल्ली
सायं 3.30बजे सम्पर्क : श्री जगन्नाथ बंसल (उपाध्यक्ष)-9953455093
नोट : विहिप के अंतर्राष्ट्रीय महा मंत्री श्री चम्पत राय मुख्य वक्ता होंगे।

कृपया अपने प्रतिनिधि व फोटोग्राफर को कार्यक्रम के कवरेज हेतु भेज कर अनुग्रहित करें।

धन्यवाद
विनोद बंसल
मीडिया प्रमुख
विश्व हिन्दू परिषद इन्द्रप्रस्थ
संपर्क: 9810949109
अणु डाक:ivhpmedia@gmail.com

शान्तिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर दमनचक्र अलोकतांत्रिक: विहिप गेंगरेप व महिला उत्पीडन के विरुद्ध दुर्गा वाहिनी ने लिखा राष्ट्रपति को पत्र




नई दिल्ली, दिसम्बर 22, 2012। दिल्ली में गेंग रेप व महिला उत्पीडन के विरुद्ध शान्तिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों पर लाठी चार्ज व आंसू गैस के प्रयोग की विश्व हिन्दू परिषद दिल्ली के महामंत्री श्री सत्येन्द्र मोहन ने कडी निंदा की है। दूसरी ओर विहिप की महिला शाखा मातृ शक्ति व दुर्गा वाहिनी ने घटना से छुब्द होकर राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी को पत्र लिखा है। मातृ शक्ति की प्रान्त संयोजिका श्रीमति सिम्मी आहूजा व दुर्गा वाहिनी की प्रान्त सयोजिका श्रीमति संजना चौधरी द्वारा हस्ताक्षरित पत्र में शिकायत की गई है कि एक ओर जनता पुलिस प्रशासन व न्याय व्यवस्था की नाकामियों व कमजोरियों से त्रस्त है वहीं दूसरी ओर पुलिस द्वारा शान्ति पूर्ण प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे जा रहे हैं व डण्डे चलाए जा रहे हैं।
विहिप के प्रान्त मीडिया प्रमुख श्री विनोद बंसल ने बताया कि दुर्गा वाहिनी व मातृ शक्ति ने आज देश के राष्ट्रपति को पत्र लिखकर न सिर्फ़ अपराधों पर काबू पाने में पुलिस व प्रशासन की नाकामी का वर्णन किया है बल्कि शान्ति पूर्ण प्रदर्शन कारियों पर चलाए गए दमन चक्र की निन्दा भी की है। पत्र में मांग की गई है कि महिला उत्पीडन की घटनाओं की पुनरावृति रोकने हेतु सख्त कानून, सजग व जन सहयोगी पुलिस, चुस्त न्याय व्यवस्था तथा विद्यालयों में आत्म रक्षा हेतु अनिवार्य प्रशिक्षण व नैतिक शिक्षा की अनिवार्य व्यवस्था हो। इसके अलावा पीडिता को पूरी स्वास्थ्य सुविधाएं व आरोपियों को त्वरित व सख्त दण्ड की अबिलम्ब व्यवस्था होनी चाहिए।    

Sunday, December 16, 2012

प्रैस विज्ञप्ति
     
हिन्दुओं के हत्यारे  आतंक निर्यातक पाकिस्तान के साथ सभीसम्बन्ध समाप्त हों: विहिप
दिल्ली के अनेक स्थानों पर हुए हिन्दू हित चिन्तक सम्मेलन

नई दिल्ली दिसम्बर 16, 2012 पाकिस्तान में लाखों हिन्दुओं कोमारने, उनकी सम्पत्ति हडपने, हिन्दुओं की बहन बेटियों का अपहरण,धर्मान्तरण  हत्या कराने तथा आतंकबाद की फ़ैक्ट्री चलाने बालेपाकिस्तान के विदेश मन्त्री को भारत आकर यहां के बहुसख्यकों के अपमानका कोई अधिकार नहीं है। विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता एडवोकेटप्रकाश शर्मा ने पाक गृह मंत्री द्वारा भगवान राम की जन्म स्थली के विषय मेंकी गई टिप्पणी पर  सिर्फ़ रहमान मलिक को भारत की जनता से माफ़ीमागने के लिए कहा है बल्कि भारत सरकार से भी पाकिस्तान से सभीसम्बन्ध तोड देने की बात दुहराई है। आज दिल्ली के अनेक स्थानों पर हुएहिन्दू हित चिन्तक सम्मेलनों में बोलते हुए उन्होंने आगाह किया कि वीजानियमों में छूट  व्यापारिक संम्बन्ध बढाने जैसे विषयों पर यदि समय रहतेभारत सरकार नहीं जागी तो यह देश घाती कदम होगा।
कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी देते हुए विहिप दिल्ली के मीडियाप्रमुख श्री विनोद बंसल ने बताया कि दिल्ली के लगभग दस स्थानों पर आजहिन्दू हितचिन्तक सम्मेलन तथा स्वामी श्रद्धानन्द बलिदान दिवस केकार्यक्रम हुए। पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार फ़ेस-1 के पाकेट 1 से  एक विशालवाहन रेली निकाल कर स्वदेशी पार्क में एक जन सभा हुई जहां समाज सेवा राष्ट्र भक्ति को समर्पित संस्थाओं  व्यक्तियों को सम्मानित किया गया। गांधीनगर के रघुनाथ मन्दिर में एक भव्य रासलीला का आयोजन कर विहिप कीस्थापना  उसकी उपलब्धियों पर विहिप के अन्तर्राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री ओमप्रकाश सिंहल ने प्रकाश डाला। जहां पश्चिमी दिल्ली के टेगोर गार्डन स्थितविशाल एन्क्लेव में इस अवसर पर श्री सीता राम विवाह समिति के सहयोग सेगहरा समाज की पांच कन्याओं का सामूहिक विवाह किया गया वहीं पश्चिमीदिल्ली के कंझावला, करावल नगर  सदर बाजार में भी अनेक आयोजन हुए।दक्षिणी दिल्ली के संगम विहार  बदर पुर में भी जगह जगह हिन्दू हितचिन्तक सम्मेलनों का अयोजन किया गया।
 इन सम्मेलनों को प्रसिद्ध संत  विहिप के केन्द्रीय मार्ग दर्शक मण्डलके सदस्य महामण्डलेश्वर स्वामी राघवानन्द, महन्त नवल किशोर दास,स्वामी प्रज्ञानन्द, स्वामी रमते योगी जी महाराज, साध्वी ॠतम्भरा, आर्यनेता श्री विनय आर्य, विहिप के अन्तर्राष्ट्रीय संयुक्त महामंत्री  विदेश मामलोंके प्रमुख स्वामी विज्ञानानन्द, प्रान्त अध्यक्ष श्री स्वदेश पाल गुप्ता, उपाध्यक्षश्री महावीर प्रसाद, श्री अशोक कुमार, श्री गुरदीन प्रसाद रुस्तगी  सरदारउजागर सिंह, महामन्त्री श्री सत्येन्द्र मोहन, संगठन मंत्री श्री करुणा प्रकाशतथा मीडिया टोली के श्री मनीश राय सहित अनेक गणमान्य लोगों नेसम्बोधित किया।
 भवदीय

विनोद बंसल, मीडिया प्रमुख,
इंद्र्प्रस्थ विश्व हिंदू परिषद, दिल्ली 9810949109


 -प्रेषक 
राकेश पाण्डेय ,विहिप प्रचार प्रसार विभाग 
9717311794